Loan with Zero Cibil Score : आज भारत में कई बैंक और वित्तीय संस्थाएं हैं जो लोगों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार के लोन प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा लोन देने से पहले आवेदक के सिबिल स्कोर पर विचार किया जाता है। एक अच्छा सिबिल स्कोर आसानी से और कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त करने में मदद करता है, जबकि खराब या शून्य सिबिल स्कोर वाले आवेदकों को लोन मिलना मुश्किल हो जाता है। इसके बावजूद, जीरो सिबिल स्कोर वाले व्यक्तियों के लिए भी कुछ विकल्प उपलब्ध हैं।
जीरो सिबिल स्कोर पर लोन प्राप्त करने के विकल्प:
1. एनबीएफसी (NBFC)
नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (NBFC) बिना सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को भी लोन प्रदान करती हैं। एनबीएफसी सिबिल स्कोर पर उतना ध्यान नहीं देतीं जितना बैंक, और उनकी लोन प्रक्रिया सरल और त्वरित होती है।
2. ऑनलाइन लोन ऐप्स
कई ऑनलाइन लोन ऐप्स हैं जो कम या शून्य सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को भी लोन देती हैं। इन ऐप्स पर लोन के लिए आवेदन करना आसान और त्वरित होता है, जिससे आपको जल्दी लोन मिल सकता है।
3. सिक्योर्ड लोन
बिना सिबिल स्कोर के भी आप संपत्ति गिरवी रखकर सिक्योर्ड लोन प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार के लोन में बैंक का जोखिम कम होता है, जिससे लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
सिबिल स्कोर का महत्व:
सिबिल स्कोर आपके क्रेडिट इतिहास का तीन अंकों का संख्यात्मक सारांश है, जो 300 से 900 के बीच होता है। यह स्कोर आपकी लोन लेने की योग्यता को दर्शाता है:
- – 750 या उससे अधिक का सिबिल स्कोर : यह एक अच्छा स्कोर माना जाता है और बैंकों के लिए कम जोखिम वाला होता है, जिससे आपका लोन आसानी से स्वीकृत हो जाता है।
- – 600 या उससे कम का सिबिल स्कोर : यह एक खराब स्कोर माना जाता है और बैंक ऐसे ग्राहकों को लोन देने में हिचकिचाते हैं, जिससे आपका लोन आवेदन अस्वीकार हो सकता है।
जीरो सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को यह जानना जरूरी है कि उनके पास लोन प्राप्त करने के विकल्प हैं, लेकिन उन्हें अपने सिबिल स्कोर को सुधारने के लिए भी प्रयास करना चाहिए ताकि भविष्य में आसानी से लोन मिल सके।